जलवायु सहनक्षमता निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाती महिलाएँ
जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने के लिये सहनक्षमता निर्माण को बेहद महत्वपूर्ण माना गया है.
भारत में 'महिला हाउसिंग सेवा ट्रस्ट' नामक एक ग़ैर-सरकारी संगठन, दक्षिण एशियाई देशों के शहरी इलाक़ों में रहने वाले निम्न आय वाले परिवारों में, महिलाओं को संगठित करने व उनके सशक्तिकरण के लिये प्रयासरत है.
इसके तहत, ताप लहरों, जल की क़िल्लत, जल भराव या जल जनित बीमारियों की रोकथाम के लिये महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है ताकि स्थानीय रूप से प्रासंगिक और ज़रूरतों के अनुरूप समाधानों को अपनाया जा सके.
जलवायु परिवर्तन मामलों के लिये यूएन संस्था (UNFCCC) ने वर्ष 2019 में ‘महिला हाउसिंग सेवा ट्रस्ट’ को वैश्विक जलवायु कार्रवाई के लिये सम्मानित किया था.
यूएन न्यूज़ हिन्दी ने इस ट्रस्ट की निदेशक बीजल ब्रह्मभट्ट से बात की और सबसे पहले जानना चाहा कि महिलाओं को जलवायु कार्रवाई के केंद्र में रखा जाना क्यों अहम है.