स्वच्छ ऊर्जा ही उज्जवल भविष्य का मूल मन्त्र
पेरिस जलवायु समझौते को इस वर्ष पाँच साल पूरे हो गए हैं. 2015 में इस ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले सभी देश शनिवार, 12 दिसम्बर को एक वर्चुअल जलवायु महत्वाकाँक्षी शिखर सम्मेलन में एकजुट हो रहे हैं.
इस सम्मेलन में, आने वाले पाँच वर्षों के लक्ष्य परिभाषित किये जाएँगे, जो संभवत: अगले साल नवम्बर में स्कॉटलैंड के ग्लास्गो शहर में होने वाले कॉप26 सम्मेलन के लिये भविष्य का रास्ता तय करने में मदद करेंगे.
शून्य उत्सर्जन की दिशा में विकासशील देश भी बहुत अहम क़दम उठा रहे हैं, जो कोविड-19 के पुनर्बहाली के लिये आबण्टित प्रोत्साहन पैकेजों में स्पष्ट दिखाई देते हैं.
पेरिस समझौते और जलवायु कार्रवाई की तात्कालिकता पर यूएन न्यूज़-हिन्दी की अंशु शर्मा ने भारत स्थित ऊर्जा और संसाधन संस्थान (TERI) के प्रबन्ध निदेशक, अजय माथुर के साथ विस्तृत बातचीत की...
पेरिस जलवायु समझौते को इस वर्ष पाँच साल पूरे हो गए हैं. 2015 में इस ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले सभी देश शनिवार, 12 दिसम्बर को एक वर्चुअल जलवायु महत्वाकाँक्षी शिखर सम्मेलन में एकजुट हो रहे हैं.
इस सम्मेलन में, आने वाले पाँच वर्षों के लक्ष्य परिभाषित किये जाएँगे, जो संभवत: अगले साल नवम्बर में स्कॉटलैण्ड के ग्लास्गो शहर में होने वाले कॉप26 सम्मेलन के लिये भविष्य का रास्ता तय करने में मदद करेंगे.
शून्य उत्सर्जन की दिशा में विकासशील देश भी बहुत अहम क़दम उठा रहे हैं, जो कोविड-19 के पुनर्बहाली के लिये आबण्टित प्रोत्साहन पैकेजों में स्पष्ट दिखाई देते हैं.
पेरिस समझौते और जलवायु कार्रवाई की तात्कालिकता पर यूएन न्यूज़-हिन्दी की अंशु शर्मा ने भारत स्थित ऊर्जा और संसाधन संस्थान (TERI) के प्रबन्ध निदेशक, अजय माथुर के साथ विस्तृत बातचीत की...