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एंटीबायोटिक्स के बढ़ते इस्तेमाल से घटती रोग-प्रतिरोधक क्षमता

एंटीबायोटिक्स के बढ़ते इस्तेमाल से घटती रोग-प्रतिरोधक क्षमता

संयुक्त राष्ट्र ने 18 से 24 नवम्बर तक विश्व एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध जागरूकता सप्ताह मनाया है.  

आज दुनिया भर में, इनसानों, पेड़ - पौधों और जानवरों की मौतें ऐसी बीमारियों से हो रही है, जिनका दवाओं से आसानी से इलाज किया जा सकता है. इसकी वजह है - रोगाणुरोधी प्रतिरोध में वृद्धि, यानि एंटी माइक्रोबियल प्रतिरोध (Antimicrobial Resistance AMR), जिसके कारण एंटीबायोटिक दवाएँ और अन्य जीवनरक्षक दवाएँ अनेक प्रकार के संक्रमणों पर असर नहीं कर पाते. 

एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध (AMR) क्या है और दुनियाभर के विशेषज्ञ इसे लेकर इतने चिन्तित क्यों हैं – यह जानने के लिये हमारी सहयोगी अंशु शर्मा ने बात की, संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) के तकनीकी सलाहकार, डॉक्टर राजेश भाटिया से... 

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संयुक्त राष्ट्र ने 18 से 24 नवम्बर तक विश्व एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध जागरूकता सप्ताह मनाया है.  

आज दुनिया भर में, इनसानों, पेड़ - पौधों और जानवरों की मौतें ऐसी बीमारियों से हो रही है, जिनका दवाओं से आसानी से इलाज किया जा सकता है. इसकी वजह है - रोगाणुरोधी प्रतिरोध में वृद्धि, यानि एंटी माइक्रोबियल प्रतिरोध (Antimicrobial Resistance AMR), जिसके कारण एंटीबायोटिक दवाएँ और अन्य जीवनरक्षक दवाएँ अनेक प्रकार के संक्रमणों पर असर नहीं कर पाते. 

एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध (AMR) क्या है और दुनियाभर के विशेषज्ञ इसे लेकर इतने चिन्तित क्यों हैं – यह जानने के लिये हमारी सहयोगी अंशु शर्मा ने बात की, संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) के तकनीकी सलाहकार, डॉक्टर राजेश भाटिया से... 
 

Audio Credit
यूएन हिन्दी न्यूज़
ऑडियो
11'28"
Photo Credit
FAO India