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सूडान: हिंसक टकराव के कारण, भूख के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचने की आशंका  

सूडान में आगामी महीनों में 20 लाख से अधिक लोगों के भूख के गर्त में फिसलने की आशंका है.
© WFP/Peter Louis
सूडान में आगामी महीनों में 20 लाख से अधिक लोगों के भूख के गर्त में फिसलने की आशंका है.

सूडान: हिंसक टकराव के कारण, भूख के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचने की आशंका  

मानवीय सहायता

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायताकर्मियों ने सूडान में हिंसक टकराव के बीच बुधवार को एक चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि देश में भूख, रिकॉर्ड स्तर पर पहुँचने की आशंका दिनों दिन बढ़ती जा रही है.

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने मौजूदा परिस्थितियों पर एक ऐलर्ट जारी करते हुए बताया कि आगामी महीनों में 20 से 25 लाख और लोगों के भूख से पीड़ित होने की आशंका है.

सूडान में नागरिक शासन के मुद्दे पर मतभेदों की वजह से, 15 अप्रैल को लैफ़्टिनेंट जनरल अब्देल-फ़ताह अल-बुरहान के नेतृत्व में सूडान के सशस्त्र बलों और लैफ़्टिनेंट जनरल मोहम्मद हमदान डागालो के नेतृत्व वाले त्वरित समर्थन बल (RSF) के बीच लड़ाई शुरू हुई.

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अब तक हिंसक झड़पों में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है और हज़ारों अन्य घायल हुए हैं.

यूएन एजेंसी ने चेतावनी जारी की है कि सूडान में पहले से ही गम्भीर खाद्य असुरक्षा व्याप्त थी और अब यह रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच सकती है, जिससे देश की लगभग 40 फ़ीसदी आबादी प्रभावित होने की आशंका है.

विश्व खाद्य कार्यक्रम के अनुसार, खाद्य असुरक्षा में चिन्ताजनक वृद्धि से पश्चिमी दारफ़ूर, पश्चिमी कोरदोफ़ान, ब्लू नाईल, लाल सागर और उत्तरी दारफ़ूर प्रान्त सर्वाधिक प्रभावित हो सकते हैं.

विशाल ज़रूरतें, सीमित संसाधन

इस बीच, यूएन शरणार्थी एजेंसी के प्रमुख फ़िलिपो ग्रैंडी ने ट्विटर पर अपने एक सन्देश में बताया कि डेढ़ लाख लोग, अब तक सूडान छोड़कर जा चुके हैं, जिनमें सूडानी नागरिक और देश में रह रहे शरणार्थी हैं.  

“विशाल आवश्यकताएँ हैं. संसाधन बहुत कम हैं. सहायता चाहिए, तत्काल!”

संयुक्त राष्ट्र मानवीय सहायताकर्मियों ने आशंका जताई है कि अगले तीन से छह महीनों में बुनियादी खाद्य वस्तुओं की क़ीमतों में 25 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हो सकती है.

खाद्य एजेंसी ने सचेत किया है कि सूडान में हालात के कारण यदि किसान अपने खेतों पर नहीं लौट पाए, और मई से जुलाई महीनों के दौरान मुख्य फ़सलों की बुआई नहीं हुई, तो खाद्य क़ीमतों में और अधिक उछाल आ सकता है.

जीवनरक्षक सहायता

इस बीच, यूएन एजेंसी ने सूडान में अपने राहत अभियान को फिर से शुरू किया है, जिसे लड़ाई के शुरुआती दिनों में तीन कर्मचारियों की मौत के बाद अस्थाई तौर पर रोक दिया गया था.

पिछले सप्ताह के बाद से अब तक, गम्भीर असुरक्षा के बावजूद, यूएन एजेंसी ने 35 हज़ार से अधिक लोगों तक खाद्य सहायता पहुँचाई है.

यह सहायता सम्वेदनशील हालात में रह रहे अनेक परिवारों के लिए एक जीवनरेखा है, और इन में हिंसा से बचकर भागने वाले परिवार, सूडान में रह रहे शरणार्थी, घरेलू विस्थापित और उनके मेज़बान समुदाय हैं.

WFP का लक्ष्य 49 लाख लोगों के लिए सहायता सुनिश्चित करना है और इसके अलावा, पाँच वर्ष से कम उम्र के छह लाख बच्चों और गर्भवती व स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए कुपोषण के रोकथाम उपाय व उपचार की व्यवस्था की जाएगी.

विश्व खाद्य कार्यक्रम के कर्मचारी, सूडान में विस्थापितों के लिए स्थापित एक शिविर में खाद्य सामग्री वितरित कर रहे हैं.
© WFP

यूएन एजेंसी ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र मानवीय राहत वायु सेवा (UNHAS) द्वारा, पोर्ट सूडान और इथियोपिया की राजधानी अदीस अबाबा के बीच नियमित हवाई सम्पर्क की शुरुआत की जा रही है.

इसके ज़रिये, अग्रिम मोर्चे पर तैनात मानवीय राहतकर्मियों और महत्वपूर्ण खाद्य सामग्री के आवागमन में मदद मिलेगी.

पड़ोसी देशों के लिए समर्थन

बताया गया है कि यूएन एजेंसी, उन देशों को भी आपात खाद्य सहायता प्रदान कर रही है, जहाँ सूडान में हिंसा से जान बचाकर लाखों लोगों ने पड़ोसी देशों में शरण ली है.

इनमें चाड, दक्षिण सूडान, मिस्र, मध्य अफ़्रीकी गणराज्य हैं, मगर इससे संसाधनों के लिए अतिरिक्त दबाव पैदा हुआ है.

यूएन शरणार्थी एजेंसी के नवीनतम आँकड़े दर्शाते हैं कि सूडान से सबसे बड़ी संख्या में लोगों ने मिस्र का रुख़ किया है, जहाँ अब तक 68 हज़ार सूडान शरणार्थी और अन्य राष्ट्रीयताओं के पाँच हज़ार से अधिक शरणार्थी पहुँच चुके हैं.

पिछले सप्ताह, यूएन एजेंसी ने विस्थापितों के लिए इस वर्ष अक्टूबर महीने तक सहायता सुनिश्चित करने के इरादे से 44 करोड़ 50 लाख डॉलर की अपील जारी की थी.