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अफ़ग़ानिस्तान: धन की क़िल्लत के कारण सहायता रसद में कटौती

अफ़ग़ानिस्तान में निर्बल हालात वाले परिवारों को मिलने वाले सहायता रसद में, धन की क़िल्लत के कारण, कटौती करनी पड़ रही है.
© UNICEF/Munir Tanweer
अफ़ग़ानिस्तान में निर्बल हालात वाले परिवारों को मिलने वाले सहायता रसद में, धन की क़िल्लत के कारण, कटौती करनी पड़ रही है.

अफ़ग़ानिस्तान: धन की क़िल्लत के कारण सहायता रसद में कटौती

मानवीय सहायता

अफ़ग़ानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र की खाद्य सहायता एजेंसी (WFP) ने शुक्रवार को घोषणा की है कि धन की क़िल्लत के कारण, देश में कम से कम 40 लाख लोगों के लिए, जीवन रक्षक-सहायता में भारी कटौती करने के लिए विवश होना पड़ा है.

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने अफ़ग़ानिस्तान में सहायता अभियानों के लिए तुरन्त धन उपलब्ध कराए जाने की अपील की है, जहाँ बहुत से परिवारों को, अगस्त 2021 में सत्ता पर तालेबान का नियंत्रण हो जाने के बाद से, एक के बाद एक संकट से जूझना पड़ रहा है, जिनमें खाद्य अभाव (भुखमरी) भी शामिल है.

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एजेंसी ने एक शुक्रवार को चेतावनी भरे शब्दों में कहा है कि अगर मानवीय सहायता जारी नहीं रखी गई तो, भुखमरी की ये आपात स्थिति पूरे अफ़ग़ानिस्तान में फैल सकती है, और लाखों अन्य लोगों को, जीवित रहने के लिए सहायता की आवश्यकता होगी.

ज़रूरत की मात्रा से आधा

विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने कहा है कि धन की क़िल्लत के कारण, कम से कम 40 लाख लोगों को मार्च महीने के दौरान, उनकी ज़रूरत से आधी मात्रा में खाद्य सहायता प्राप्त होगी.

खाद्य भंडार पहले ही समाप्त हो चुके हैं, जबकि अगली फ़सल मई महीने में आएगी. ग्रामीण परिवारों के लिए ये समय, परम्परागत रूप से बहुत कठिनाइयों वाला होता है.

एजेंसी के अनुसार, खाद्य सहायता में ये कटौती ऐसे समय में हो रही है जब निर्बल हालात वाले बहुत से अफ़ग़ान लोग, एक अन्य भीषण सर्दी के मौसम से उबरने की कोशिश कर रहे हैं. शून्य से नीचे के तापमान और आर्थिक बदहाली ने, लाखों लोगों को कष्टदायक हालात में धकेल दिया है.

खाद्य सहायता एजेंसी को एक करोड़ 30 लाख लोगों की मदद करने के लिए, अप्रैल महीने में 9 करोड़ 30 लाख डॉलर की रक़म की ज़रूरत होगी, और अगले छह महीनों के दौरान ये सहायता अभियान जारी रखने के लिए, 80 करोड़ डॉलर की रक़म की दरकार होगी.

वैसे तो वर्ष 2022 के दौरान, दानदाताओं ने रिकॉर्ड स्तर पर रक़म का योगदान किया, मगर यूएन खाद्य सहायता एजेंसी, नवम्बर 2022 से ही इस बारे में चेतावनी देती रही है कि मार्च-अप्रैल 2023 का समय आते-आते, धन समाप्त हो जाएगा.

अन्तिम जीवनरेखा

एजेंसी का कहना है कि अफ़ग़ानिस्तान में, पिछले क़रीब 25 वर्षों में अकाल पड़ने का सबसे ज़्यादा जोखिम उत्पन्न हो गया है, क्योंकि देश के लगभग आधे परिवारों को, संकट का सामना करने की परिस्थितियों में जीवन-यापन करना पड़ रहा है. “अफ़ग़ानिस्तान में करोड़ों लोगों के लिए, इस समय WFP की सहायता ही, अब अन्तिम जीवन रेखा बची है.”

अगस्त 2022 के बाद से, 10 में से 9 अफ़ग़ान परिवार, अपने लिए भेरपेट भोजन का इन्तज़ाम नहीं कर पा रहे हैं, जोकि विश्व में सर्वाधिक संख्या है.

लगभग दो करोड़ अफ़ग़ान लोगों को ये मालूम नहीं होता है कि उनकी अगली भोजन ख़ुराक़ कहाँ से आएगी, और लगभग 60 लाख लोग, अकाल से केवल एक क़दम की दूरी पर जीवन जी रहे हैं.

देश की लगभग दो तिहाई आबादी यानि 2 करोड़ 80 लाख लोगों को, वर्ष 2023 के दौरान मानवीय सहायता की आवश्यकता है. ये संख्या वर्ष 2021 की तुलना में तीन गुना बढ़ गई है.

यूएन खाद्य सहायता एजेंसी ने इन हालात को देखते हुए, 2022 में दानदाताओं के उदार धन योगदान की बदौलत, अपने सहायता अभियानों का स्तर बढ़ाया था.

एजेंसी ने दो करोड़ 30 लाख लोगों को सहायता मुहैया कराई, जिसके तहत 10 लाख मीट्रिक टन खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई.

साथ ही 32 करोड़ 60 लाख डॉलर की रक़म, परिवारों को जीवित रहने में मदद करने के लिए, नक़दी या वाउचर के रूप में मुहैया कराई गई.

अफ़ग़ानिस्तान: WFP के तथ्य व आँकड़े

  • 90 लाख लोग अत्यन्त गम्भीर खाद्य असुरक्षा से जूझ रहे हैं (नवम्बर 1011 – मार्च 2023)
  • आपात स्तर वाली गम्भीर खाद्य असुरक्षा से जूझ रहे लोगों की संख्या (नवम्बर 2022 – मार्च 2023): 10 लाख
  • 2023 में कुपोषण की शिकार गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं की संख्या: 8 लाख
  • 6 से 59 महीने की आयु वाले गम्भीर कुपोषण के शिकार बच्चों की संख्या (2023): 23 लाख
  • 6 से 59 महीने की आय वाले अत्यन्त गम्भीर कुपोषण के शिकार बच्चों की संख्या (2023): 8 लाख
  • 2022 में सहायता लाभान्वितों की संख्या: 2 करोड़ 34 लाख
  • वर्ष 2023 में अभी तक सहायता से लाभान्वितों की संख्या: 1 करोड़ 42 लाख
  • वर्ष 2023 के दौरान नियोजित सहायता उपलब्ध कराए जाने वाले ज़रूरतमन्दों की सम्भावित संख्या: 2 करोड़ 10 लाख