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भारत: पहली मॉडल G20 बैठक में, छात्रों द्वारा पर्यावरण पर परिणाम दस्तावेज़ पारित

पहली मॉडल जी 20 बैठक में जी20 के 10 देशों सहित, 12 राष्ट्रीयताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले हाई स्कूल के 60 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया.
G20 Secretariat
पहली मॉडल जी 20 बैठक में जी20 के 10 देशों सहित, 12 राष्ट्रीयताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले हाई स्कूल के 60 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया.

भारत: पहली मॉडल G20 बैठक में, छात्रों द्वारा पर्यावरण पर परिणाम दस्तावेज़ पारित

एसडीजी

भारत सरकार के G20 सचिवालय ने भारत स्थित संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के साथ मिलकर शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में एक दिवसीय "मॉडल G20 बैठक" का आयोजन किया. भारत में संयुक्त राष्ट्र के रेज़िडेन्ट कोऑर्डिनेटर (RCO) शॉम्बी शार्प ने इस अवसर पर, बहुपक्षवाद के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि साझा समस्याओं को हल करने का एकमात्र तरीक़ा है - साझा समाधान तलाश करना, मतभेदों पर क़ाबू पाकर, एकजुट होना. उन्होंने कहा कि कहा कि भारत अपनी जी20 अध्यक्षता के दौरान, अन्य देशों को एकजुट करने की एक विशिष्ट स्थिति में हैं.

इस बैठक के समापन पर, एक परिणाम दस्तावेज़ अपनाया गया,जिसे आधिकारिक Y20 बैठक में विचार-विमर्श के लिए, G20 के युवजन सम्पर्क समूह (युवा20 या Y20) के अध्यक्ष को सौंप दिया जाएगा.

पहला आधिकारिक मॉडल G20 कार्यक्रम, G20 बैठक के अनुकरण का एक अभ्यास है, जहाँ स्कूली छात्रों ने G20, अतिथि देशों एवं अन्तरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों की भूमिका निभाकर, G20 बैठकों की कार्रवाई का अनुभव लिया.

बैठक में दिल्ली व निकटवर्ती क्षेत्र के 8 स्कूलों ने भाग लिया, जिनमें अन्तरराष्ट्रीय स्कूल, निजी स्कूल और केन्द्रीय विद्यालय शामिल थे. बैठक में जी20 के 10 देशों सहित, 12 राष्ट्रीयताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले हाई स्कूल के 60 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया.

भारत के G20 शेरपा अमिताभ कान्त ने इस अवसर पर छात्रों को सम्बोधित करते हुए, मिशन लाइफ़ के माध्यम से जलवायु कार्रवाई में अग्रणी भूमिका निभाने पर ज़ोर दिया.

उन्होंने "मॉडल जी20 बैठक" के लिए, अन्तरराष्ट्रीय छात्रों को एकजुट होने और जलवायु परिवर्तन से निपटने व उसमें युवाओं की भूमिका जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करने की पहल का स्वागत किया.

पर्यावरण में युवाओं की भागेदारी का महत्व

बैठक के दौरान, छात्रों ने "Youth for LiFE (पर्यावरण के लिए जीवन शैली)" विषय पर भी विचार-विमर्श किया. चर्चा के दौरान युवाओं की अग्रणी भूमिका पर विचारों का आदान-प्रदान हुआ, जोकि वैश्विक लाइफ़ अभियान को जलवायु कार्रवाई का एक जन-आन्दोलन बनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं.

कार्यक्रम में भाग लेने वाली, दिल्ली स्थित ब्रिटिश स्कूल की छात्रा, ख़ुशी शाह ने कहा, “मुझे लगता है कि यह सम्मेलन बहुत महत्वपूर्ण था और इसने पर्यावरण को लेकर मेरी आँखें खोल दीं हैं, ख़ासतौर पर यह जानकर कि विभिन्न देश पर्यावरण पर क्या-कुछ कर रहे हैं. क्योंकि हम ज़्यादातर राष्ट्रीय दृष्टिकोण तक ही सीमित रह जाते हैं, लेकिन इसमें इतने सारे देश भाग लेते हैं और पर्यावरण पर उनका दृष्टिकोण मालूम होता है. मैंने पहले बहुत से मॉडल यूएन कार्यक्रमों में भी भाग लिया है, लेकिन मुझे लगता है कि इसमें कूटनीति ज़्यादा है, ज़्यादा प्रस्ताव पारित हुए हैं और यह अधिक विवादास्पद भी नहीं हैं, क्योंकि सभी साझा बेहतरी के लिए काम कर रहे हैं, यानि कि पर्यावरण के लिए.”

बैठक के दौरान, छात्रों ने पर्यावरण सम्बन्धी कार्रवाई पर गहन विचार-विमर्श किया.
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कॉप26 और LiFE अभियान  

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने, ग्लासगो में 26वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (COP26) में LiFE अभियान पेश किया था. यह अभियान, पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन शैली को बढ़ावा देता है, जो 'नासमझ और बेकार खपत' के बजाय, 'सचेत एवं सोच-समझकर उपभोग' करने पर केन्द्रित हो.

LiFE आन्दोलन का उद्देश्य, सामूहिक कार्रवाई की शक्ति का उपयोग करना और दुनिया भर में लोगों को अपने दैनिक जीवन में सरल जलवायु-अनुकूल कार्य करने के लिए प्रेरित करना है.

इसके अलावा, LiFE आन्दोलन, जलवायु के आसपास के सामाजिक मानदंडों को प्रभावित करने के लिए युवाओं और सामाजिक सम्पर्क की ताक़त का लाभ उठाने का भी प्रयास करता है.

LiFE की योजना ‘Pro-Planet People’ (P3) नामक एक ऐसा वैश्विक नेटवर्क बनाने व पोषित करने की है, जहाँ पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली को अपनाने और बढ़ावा देने के लिए साझा प्रतिबद्धता होगी. P3 समुदाय के माध्यम से, LiFE एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने का प्रयास करेगा, जो पर्यावरण अनुकूल व्यवहारों को व्यवहार में लाने के प्रयास करेगा.

परिणाम दस्तावेज़

मॉडल G20 में भारत की तर्ज़ पर अध्यक्षता कर रहीं स्प्रिंगडेल्स स्कूल की छात्रा अनुष्का छबनिस ने बताया, ”मैंने पहली बार मॉडल G20 सम्मेलन में भाग लिया है, और भारत की प्रतिनिधि के रूप में इसकी अध्यक्षता करने का यह अवसर शानदार रहा. इससे मुझे यह सीखने को मिला कि किसी समिति की मध्यस्थता कैसे की जाती है और यह देखने में भले ही आसान लगे, लेकिन बहुत कठिन कार्य है. यह अध्यक्षता करने का मेरा पहला अनुभव था और मुझे इसमें बहुत मज़ा आया.”

मॉडल G20 कार्यक्रम की थीम - "यूथ फॉर लाइफ़" की पहचान उस महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए की गई थी, जिसमें वैश्विक स्तर पर युवा, परिवर्तन के कारक माने जाते हैं और इस नाते, LiFE पहल के ज़रिए, जलवायु कार्रवाई में अहम भूमिका निभा सकते हैं.

भाग लेने वाले छात्रों ने, पूरे दिन चली गहन चर्चा के बाद, "युवा-नेतृत्व मिशन लाइफ़ के लिए मार्गदर्शक सिद्धान्त" नामक एक परिणाम दस्तावेज़ अपनाकर बैठक का समापन किया. यह परिणाम दस्तावेज़, आधिकारिक Y20 बैठक में विचार-विमर्श के लिए, G20 के युवा सम्पर्क समूह (युवा20 या Y20) के अध्यक्ष को सौंप दिया जाएगा.

"मॉडल G20 बैठक" के ज़रिए, स्कूली छात्रों को G20 बैठक की विशिष्ट प्रक्रिया से परिचित कराया गया. सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं, सर्वश्रेष्ठ प्रतिनिधिमंडल और सर्वश्रेष्ठ सहमति निर्माताओं को प्रमाण पत्र व पदक प्रदान किए गए.