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सुरक्षा परिषद: भारत ने दिसम्बर महीने के लिए संभाली अध्यक्षता

सुरक्षा परिषद का एक दृश्य. (फ़ाइल फ़ोटो)
UN Photo/Loey Felipe
सुरक्षा परिषद का एक दृश्य. (फ़ाइल फ़ोटो)

सुरक्षा परिषद: भारत ने दिसम्बर महीने के लिए संभाली अध्यक्षता

शान्ति और सुरक्षा

भारत ने सुरक्षा परिषद की अपनी दो वर्ष की सदस्यता के अन्तिम महीने - दिसम्बर के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता शुरू की है. संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा काम्बोज ने गुरूवार को  बताया कि दिसम्बर में, मौजूदा बहुपक्षीय ढाँचे में सुधार की आवश्यकता और आतंकवाद की चुनौती से निपटने के तौर-तरीक़ों पर उच्चस्तरीय बैठकों सहित, अनेक प्रस्तावों पर चर्चा और बैठकें होंगी.

राजदूत रुचिरा काम्बोज संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रथम महिला स्थाई प्रतिनिधि हैं और सुरक्षा परिषद में भारतीय अध्यक्षता का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रथम महिला राजदूत भी.

उन्होंने गुरूवार को न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए, दिसम्बर के लिये सुरक्षा परिषद के एजेंडे के कुछ प्रमुख विषयों की जानकारी दी.

सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य के तौर पर अपने दो-वर्षीय कार्यकाल में अगस्त 2021 के बाद यह दूसरी बार है जब भारत ने, सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता की ज़िम्मेदारी संभाली है.

भारत की मौजूदा दो-वर्षीय सदस्यता जनवरी 2021 में आरम्भ हुई थी और सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य के रूप में भारत के कार्यकाल की अवधि दिसम्बर 2022 में समाप्त हो रही है.

दिसम्बर महीने के लिये सुरक्षा परिषद का कार्यक्रम गुरूवार को पारित कर दिया गया.

संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि राजदूत रुचिरा काम्बोज
UN Photo/Manuel Elias
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि राजदूत रुचिरा काम्बोज

स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा काम्बोज ने बताया कि भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की अध्यक्षता में दो अहम विषयों पर सुरक्षा परिषद में उच्चस्तरीय बैठकों का आयोजन किया जाएगा.

14 दिसम्बर को, ‘सुधारित बहुपक्षवाद’ के मुद्दे पर एक उच्चस्तरीय बैठक होगी, जिसका उद्देश्य सदस्य देशों को संयुक्त राष्ट्र में मौजूदा बहुपक्षीय तंत्र में सुधार पर बातचीत आगे बढ़ाने के लिये प्रोत्साहित करना है.

राजदूत रुचिरा काम्बोज ने कहा कि वैश्विक संकटों से निपटने के लिए मौजूदा व्यवस्था को पहले से अधिक प्रतिनिधिक बनाना होगा, ताकि वर्तमान विश्व की वास्तविकताओं को परिलक्षित किया जा सके.

इसके बाद, आतंकवादी कृत्यों के कारण अन्तरराष्ट्रीय शान्ति व सुरक्षा के लिये पनपने वाले ख़तरों पर भी, 15 दिसम्बर को एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है, जिसमें आतंकवाद से निपटने के लिये वैश्विक प्रयासों को गति प्रदान की जाएगी.

इस बैठक का उद्देश्य वैश्विक आतंकवाद-निरोधक तंत्र के सिद्धान्तों पर आम सहमति गढ़ना और अक्टूबर 2022 में भारत में आतंकवाद-रोधी समिति की विशेष बैठक के दौरान पारित किए गए दिल्ली घोषणापत्र को आगे बढ़ाना है.

दिसम्बर महीने में, संयुक्त राष्ट्र परिसर में स्थित नॉर्थ लॉन में, यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश और विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा महात्मा गांधी की अर्द्ध-प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा.

इसके साथ ही, यूएन शान्तिरक्षकों के विरुद्ध अपराधों की जवाबदेही तय किए जाने के लिये, मित्र-समूह द्वारा एक कार्यक्रम में शान्तिरक्षा से जुड़े इस अहम मुद्दे को रेखांकित किया जाएगा.

इन महत्वपूर्ण आयोजनों के अलावा, सुरक्षा परिषद में सीरिया और यमन में हालात पर चर्चा होगी.

साथ ही, अफ़ग़ानिस्तान, सूडान, काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य, लीबिया, दक्षिण सूडान समेत अन्य यूएन मिशन, और मानवीय राहत मामलों में संयोजन के लिये यूएन कार्यालय द्वारा सुरक्षा परिषद को मौजूदा परिस्थितियों से अवगत कराया जाएगा.