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2030 तक एड्स का ख़ात्मा करने के लिये, प्रमाणित समाधानों की ज़रूरत, गुटेरेश

एचआईवी और एड्स के कारण मौत का शिकार होने वाले लोगों की स्मृति में, आर्मीनिया में प्रकाश श्रद्धांजलि
Photo IOM Armenia 2018
एचआईवी और एड्स के कारण मौत का शिकार होने वाले लोगों की स्मृति में, आर्मीनिया में प्रकाश श्रद्धांजलि

2030 तक एड्स का ख़ात्मा करने के लिये, प्रमाणित समाधानों की ज़रूरत, गुटेरेश

स्वास्थ्य

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेश ने गुरूवार को मनाए जा रहे विश्व एड्स दिवस पर, विषमताओं का अन्त करने लिए कार्रवाई की पुकार लगाई है जो इस महामारी की समाप्ति और इस वायरस का उन्मूलन करने के प्रयासों में प्रगति को अवरुद्ध कर रही हैं.

यूएन प्रमुख ने विश्व एड्स दिवस पर अपने सन्देश में कहा है, “विश्व ने वर्ष 2030 तक एड्स का ख़ात्मा करने का संकल्प लिया है, मगर हम रास्ते से भटक गए हैं.”

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उन्होंने कहा, “आज, हम लाखों नए संक्रमण मामलों और लाखों लोगों की मौतें होने के जोखिम का सामना कर रहे हैं.”

उन्होंने तमाम देशों की सरकारों से, “Equalize” नारे को वास्तविकता में तब्दील करने का आहवान किया.

उन्होंने कहा कि ऐसा प्रमाणित समाधान मौजूद हैं जिनसे एड्स का अन्त करने में मदद मिल सकती है.

इनमें एचआईवी के उपचार, परीक्षण और रोकथाम की सेवाओं की उपलब्धता, गुणवत्ता और सटीकता को बढ़ावा देने के लिये संसाधन निवेश करना शामिल है.

यूएन महासचिव ने कहा, “एचआईवी संक्रमण के साथ जीवन जीने वाले लोगों को जिस कलंक और बहिष्करण का सामना करना पड़ता है, उससे निपटने के लिये, बेहतर क़ानून, नीतियों और गतिविधियों की ज़रूरत है."

"हर किसी को सम्मान और स्वागत योग्य बर्ताव की आवश्यकता है.”

उन्होंने कहा कि अनेक परतों वाली जिन विषमताओं ने इस महामारी को जारी रखा है, उन पर पार पाना होगा: “हम एड्स का अन्त कर सकते हैं. बशर्ते कि हम समानता (Equalize) स्थापित करें.”

विज्ञान और एकजुटता: कोरोसी

संयुक्त राष्ट्र महासभा प्रमुख कसाबा कोरोसी ने भी यूएन प्रमुख की कार्रवाई पुकार से सुर मिलाते हुए कहा है कि एड्स संकट का समाधान, विज्ञान, एकजुटता और सततता के आधार पर निकाला जाना होगा.

उन्होंने कहा, “हमें विषमताओं का अन्त करने के लिये तत्काल उपाय करने होंगे जो लोगों के संक्रमण के लिये कमज़ोर बनाती हैं."

"अगर अन्तरराष्ट्रीय समुदाय कार्रवाई करे तो, इसी दशक में, एचआईवी संक्रमण के नए 36 लाख मामले, और एड्स सम्बन्धित 17 लाख मौतें रोकी जा सकती हैं.”

उन्होंने सभी सदस्य देशों और हितधारकों से, महत्वाकांक्षी समय सीमा तक ही, एड्स का ख़ात्मा करने के लिये अपनी राजनैतिक और वित्तीय प्रतिबद्धताओं को फिर से ताज़ा करने का आहवान किया है.

एड्स का मुक़ाबला करने के प्रयासों की अगुवाई कर रही यूएन एजेंसी – UNAIDS के अनुसार, वर्ष 2021 में, दुनिया भर में तीन करोड़ 80 लाख से ज़्यादा लोग एचआईवी संक्रमण के साथ जीवन जी रहे थे, जिनमें क़रीब 15 लाख नए संक्रमण मामले थे. साथ ही एड्स से सम्बन्धित बीमारियों के कारण, लगभग साढ़े छह लाख लोगों की मौत हुई.