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वर्ष 2021 को, बच्चों के लिये बनाना होगा अधिक सुरक्षित व स्वस्थ, यूनीसेफ़

माली के एक स्वास्थ्य केन्द्र में, एक दाई, वर्ष 2021 के प्रथम बच्चों में से एक को, उठाते हुए. इस बच्चे को नव वर्ष की उम्मीद समझा जा सकता है.
© UNICEF/Seyba Keïta
माली के एक स्वास्थ्य केन्द्र में, एक दाई, वर्ष 2021 के प्रथम बच्चों में से एक को, उठाते हुए. इस बच्चे को नव वर्ष की उम्मीद समझा जा सकता है.

वर्ष 2021 को, बच्चों के लिये बनाना होगा अधिक सुरक्षित व स्वस्थ, यूनीसेफ़

स्वास्थ्य

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष – यूनीसेफ़ ने गुरूवार को कहा कि वर्ष 2021 के पहले दिन, दुनिया भर में 3 लाख 71 हज़ार 500 से ज़्यादा बच्चे, इस दुनिया में अपनी ज़िन्दगी की पहली साँस लेंगे.

संगठन की कार्यकारी निदेशक हेनरिएटा फ़ोर ने कहा, “इस वर्ष के पहले दिन जन्म लेने वाले बच्चे, एक साल पहले इसी दिन दुनिया में आए बच्चों से, बिल्कुल अलग तरह की दुनिया में क़दम रख रहे हैं, और नया वर्ष साथ ही, एक नई दुनिया के बारे में सोचने का मौक़ा भी साथ लेकर आ रहा है.”

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हर बार की तरह, प्रशान्त क्षेत्र के द्वीपीय देश फ़िजी में, नव वर्ष का सबसे पहला बच्चा जन्म लेगा और अमेरिका में, सबसे अन्तिम बच्चा.

पूरी दुनिया में, वर्ष के पहले दिन पैदा होने वाले बच्चों की लगभग आधी संख्या, दस देशों में होगी.

जिनमें भारत में 59 हज़ार 995, चीन में 35 हज़ार 615, नाइजीरिया में 21 हज़ार 439, पाकिस्तान में 14 हज़ार 161, इंडोनेशिया में 12 हज़ार 336, इथियोपिया में 12 हज़ार 6, अमेरिका में 10 हज़ार 312, मिस्र में 9 हज़ार 455, बांग्लादेश में 9 हज़ार 236 और काँगो लोकतान्त्रिक गणराज्य (डीआरसी) में 8 हज़ार 640 बच्चों का जन्म सम्भावित था.

यूनीसेफ़ का अनुमान है कि पूरे वर्ष 2021 के दौरान जो लगभग 14 करोड़ बच्चे पैदा होंगे, उनकी औसत आयु या जीवन प्रत्याशा 84 वर्ष होने की सम्भावना है.

ख़ुशी का मौक़ा

वर्ष 2021 में, यूनीसेफ़ अपनी 75वीं वर्षगाँठ भी मनाएगा.

वर्ष 2021 के दौरान, यूनीसेफ़ और उसके साझीदार संगठन अपने कामकाज की तीन चौथाई शताब्दी के समारोह और विशेष गतिविधियाँ आयोजित करेंगे.

इस कामकाज में, बच्चों को संघर्षों, बीमारियों और अलग-थलग पड़ने से बचाना, और बच्चों के जीवित रहने, उनके स्वास्थ्य और शिक्षा के अधिकार के लिये आवाज़ उठाना भी शामिल रहा है.

यूनीसेफ़ प्रमुख ने याद दिलाते हुए कहा, “वर्ष के पहले दिन पैदा होने वाले बच्चों को एक ऐसी दुनिया मिलेगी, जिसे हमे, वर्ष के पहले ही दिन से उनके लिये बना कर देना है.”

“आइये, वर्ष 2021 की शुरुआत, एक ऐसा वर्ष बनाने के काम के साथ करें जो बच्चों के लिये ज़्यादा न्यायपूर्ण, सुरक्षित और ज़्यादा स्वस्थ दुनिया हो.”

कोविड चुनौतियाँ

यूएन बाल एजेंसी ने कहा है कि कोविड-19 से संक्रमित और मौत का शिकार होने वाले लोगों की संख्या ज्यों-ज्यों बढ़ रही, उसी तरह बच्चों और उनके परिवारों की ज़रूरतों में भी इज़ाफ़ा हो रहा है.

यूनीसेफ़ दुनिया भर में बच्चों पर कोविड-19 महामारी के फैलाव को रोकने और उसके असर को कम से कम करने के लिये अथक प्रयास कर रहा है. 

इन प्रयासों में, जीवन रक्षक चिकित्सा सामान की आपूर्ति, जल व स्वच्छता सुवाधाओं का निर्माण, लड़कियों और लड़कों को शिक्षा से जोड़े रहने और उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने के उपाय भी शामिल हैं.