वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

प्रवासन के बारे में दुस्सूचना और राजनीतिकरण, घेर रहे हैं आम नज़रिए को

वेनेज़ुएला का एक परिवार, पैदल चलकर ही सीमा पार करके, ब्राज़ील पहुँचा. प्रवासियों में करोड़ों लोग जबरन विस्थापित हैं.
© IOM/Gema Cortés
वेनेज़ुएला का एक परिवार, पैदल चलकर ही सीमा पार करके, ब्राज़ील पहुँचा. प्रवासियों में करोड़ों लोग जबरन विस्थापित हैं.

प्रवासन के बारे में दुस्सूचना और राजनीतिकरण, घेर रहे हैं आम नज़रिए को

प्रवासी और शरणार्थी

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) ने मंगलवार को जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि विकासशील देशों में सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि में, उनके प्रवासी नागरिकों द्वारा भेजी जाने वाली धनराशि का योगदान, विदेशी प्रत्यक्ष निवेश से कहीं अधिक हो गया है.

Tweet URL

विश्व प्रवासन रिपोर्ट 2024 में, वैश्विक स्तर पर प्रवासन के रुझानों के बारे में अहम बदलाव को उजागर किया गया है. इसमें टकरावों, संघर्षों, हिंसा, प्राकृतिक व अन्य आपदाओं के कारण विस्थापित हुए लोगों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि भी शामिल है.

आईओएम की महानिदेशक एमी पोप ने, बांग्लादेश की राजधानी ढाका में यह रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि इसका मक़सद मानव सचलता के बारे में जटिलताओं की धुन्ध को, साक्ष्य-आधारित आँकड़ों और विश्लेषण के आधार पर साफ़ करना है.

विकास और प्रगति को बढ़ावा

रिपोर्ट के अनुसार, अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन, मानव विकास और आर्थिक प्रगति में योगदान का एक प्रमुख कारक है. 

यह बात इससे साबित होती है कि वर्ष 2000 से 2022 के दरम्यान, विदेशों में रहने वाले प्रवासियों द्वारा अपने मूल देशों को भेजी गई धनराशि में 650 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. या रक़म वर्ष 2000 में 128 अरब डॉलर से बढ़कर 2022 में 831 अरब डॉलर हो गई.

कोविड-19 महामारी के कारण, प्रवासियों द्वारा अपने मूल देशों को भेजी जाने वाली धनराशि में कमी के अनुमानों के उलट, इसमें वृद्धि देखी गई है.

इसमें से अधिकतर यानि लगभग 647 अरब डॉलर की धनराशि निम्न और मध्य आय वाले देशों को भेजी गई, जोकि उन देशों में सकल घरेलू उत्पाद का एक प्रमुख हिस्सा बनी.

वैश्विक स्तर पर ये धनराशियाँ, अब उन देशों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश से भी अधिक हो गई है.

रिकॉर्ड संख्या में विस्थापन

रिपोर्ट में मौजूदा चुनौतियों को भी उजागर किया गया है. वैसे तो अधिकतर लोग अपने जन्म स्थान वाले देशों में ही रहते हैं, मगर दुनिया भर में लगभग 28 करोड़ दस लाख अन्तरराष्ट्रीय प्रवासी हैं, 

यानि वो अपने मूल देशों के इतर अन्य देशों रहते हैं. यह संख्या वैश्विक आबादी की लगभग 3.6 प्रतिशत है. इसमें से लगभग 11 करोड़ 70 लाख लोग विस्थापित हैं, जोकि अभी तक की सबसे अधिक संख्या है.

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन (IOM) का कहना है कि प्रवासन मानव इतिहास का वैसे तो अभिन्न हिस्सा रहा है, मगर प्रवासन के बारे में अक्सर ऐसी भड़काने वाली बातें और सुर्ख़ियाँ प्रचलित रहती हैं जो ज़मीनी वास्तविकता से अलग होती हैं.

यूएन प्रवासन एजेंसी का कहना है, “अधिकतर प्रवासन नियमित या क़ानूनी, सुरक्षित है और वो क्षेत्रीय आधार पर होता है, जो रोज़गार अवसरों और आजीविकाओं से सम्बन्धित है.”

“फिर भी दुस्सूचना और राजनीतिकरण ने, लोगों के बीच आम बातचीत व चर्चा को घेर लिया है, जिसके कारण प्रवासन परिदृश्य के बारे में स्पष्ट और सटीक जानकारी दिया जाना बहुत ज़रूरी है.” 

बांग्लादेश पर है विशेष ध्यान 

संगठन की इस रिपोर्ट को जारी करने के लिए ढाका को इसलिए चुना गया ताकि निर्बल परिस्थितियों वाले प्रवासियों को बांग्लादेश द्वारा दिए जा रहे समर्थन की तरफ़ ध्यान आकर्षित किया जा सके. 

साथ ही नियमित प्रवासन के रास्तों को बढ़ावा देना और वैश्विक प्रवासन चर्चाओं व नीतियों को आकार देने में बांग्लादेश की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचान देना भी एक मक़सद था. 

अन्तरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन ने कहा है कि दिसम्बर में पारित किए गए सुरक्षित, क़ानूनी व नियमित प्रवासन के लिए ग्लोबल कॉम्पैक्ट के एक चैम्पियन देश के रूप में, बांग्लादेश ने, प्रवासन सम्बन्धी मुद्दों का सामना करने के लिए मज़बूत संकल्प दिखाया है और प्रवासियों के अधिकारों का संरक्षण करने वाली नीतियाँ लागू की हैं.