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ग़ाज़ा: ढाँचा बहाली के साथ-साथ, भरने होंगे रूह के ज़ख़्म भी, काग

ग़ाज़ा के लिए संयुक्त राष्ट्र की वरिष्ठ मानवीय और पुनर्निर्माण समन्वयक सिगरिड काग ने, दिसम्बर 2023 के बाद ग़ाज़ा की अनेक यात्राएँ की हैं.
OCHA / Olga Cherevko
ग़ाज़ा के लिए संयुक्त राष्ट्र की वरिष्ठ मानवीय और पुनर्निर्माण समन्वयक सिगरिड काग ने, दिसम्बर 2023 के बाद ग़ाज़ा की अनेक यात्राएँ की हैं.

ग़ाज़ा: ढाँचा बहाली के साथ-साथ, भरने होंगे रूह के ज़ख़्म भी, काग

मानवीय सहायता

युद्ध से तबाह ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता की आपूर्ति में समन्वय की ज़िम्मेदारी संभाल रहीं सिगरिड काग ने कहा है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय का ये कर्तव्य और ज़िम्मेदारी है कि वो ग़ाज़ा में जल्द से जल्द पुनर्बहाली के लिए काम करे, मगर, “हम वहाँ की आबादी से और इन्तज़ार करने को नहीं कह सके.”

ग़ाज़ा के लिए संयुक्त राष्ट्र की वरिष्ट मानवीय और पुनर्निर्माण समन्वयक सिगरिड काग ने यूएन न्यूज़ के साथ एक विशेष बातचीत में कहा है कि ग़ाज़ा में महीनों की बमबारी से हुई असीम पीड़ा पर भी ध्यान देना ज़रूरी है.

उनका कहना है कि ग़ाज़ा से बाहर की दुनिया में एक सुरक्षित माहौल में, लोगों के लिए यह समझ पाना बहुत कठिन है कि ग़ाज़ा के लोग किस पीड़ा से गुज़र रहे हैं.

सिगरिड काग, ग़ाज़ा में मानवीय सहायता की आपूर्ति तेज़ करने और पुनर्निर्माण कार्य शुरू करने की एक योजना के बारे में जानकारी देने के लिए, बुधवार को न्यूयॉर्क में मौजूद थीं. 

दिसम्बर 2023 में, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2720 के ज़रिए सिगरिड काग का पद सृजित किया गया था और उनसे संयुक्त राष्ट्र की एक ऐसी व्यवस्था बनाने का अनुरोध किया गया जिससे युद्धग्रस्त ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता आपूर्ति को तेज़ किये जा सके, जहाँ अब अकाल जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं.

उन्होंने बुधवार को सुरक्षा परिषद की इस बैठक में शिरकत करने से पहले, यूएन न्यूज़ के साथ ख़ास बातचीत की. इस इंटरव्यू को स्पष्टता और संक्षिप्तता की ख़ातिर सम्पादित किया गया है. (वीडियो)