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Gaza: मानवीय युद्ध-ठहराव के पहले दिन, यूएन की सहायता आपूर्ति हुई तेज़

ग़ाज़ा पट्टी में ईंधन की क़िल्लत के कारण, बुनियादी सेवाओं तक पहुँच भीषण रूप से प्रभावित हुई है.
© UNRWA/Ashraf Amra
ग़ाज़ा पट्टी में ईंधन की क़िल्लत के कारण, बुनियादी सेवाओं तक पहुँच भीषण रूप से प्रभावित हुई है.

Gaza: मानवीय युद्ध-ठहराव के पहले दिन, यूएन की सहायता आपूर्ति हुई तेज़

शान्ति और सुरक्षा

संयुक्त राष्ट्र ने, फ़लस्तीनी क्षेत्र ग़ाज़ा में, इसराइल और हमास के बीच, गत बुधवार को हुए, चार दिन के मानवीय युद्ध-ठहराव पर, शुक्रवार को अमल शुरू होने के बाद, मानवीय सहायता सामग्री की आपूर्ति का स्तर व रफ़्तार बढ़ा दिए हैं.

ग़ाज़ा की आबादी लगभग 20 लाख है, और उनमें से क़रीब दस लाख लोग, फ़लस्तीनी शरणार्थियों के लिए यूएन सहायता एजेंसी - UNRWA द्वारा, ग़ाज़ा के विभिन्न इलाक़ों में बनाए गए 156 आश्रय स्थलों में पनाह लिए हुए हैं.

संयुक्त राष्ट्र के आपदा राहत समन्वय कार्यालय - UNOCHA ने शुक्रवार को बताया कि सहायता सामग्री से भरे 200 ट्रक, इसराइल के नितज़ाना क़स्बे से, रफ़ाह सीमा चौकी की तरफ़ रवाना हुए. 

ये सीमा चौकी मिस्र और ग़ाज़ा के बीच स्थित है और ग़ाज़ा पट्टी में दाख़िल होने के लिए यही एक मात्र रास्ता है.

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रफ़ाह सीमा चौकी पहुँचकर, उनमें से 137 ट्रकों का सामान, ग़ाज़ा में, UNRWA के आगमन केन्द्रों में उतारा गया है. 

इसे देखते हुए, 7 अक्टूबर को मौजूदा संकट शुरू होने के बाद से, अभी तक का ये सबसे बड़ा मानवीय सहायता क़ाफ़िला रहा है.

इनके अतिरिक्त एक लाख, 29 हज़ार लीटर ईंधन से भरे वाहन और गैस से भरे चार ट्रक भी, ग़ाज़ा में दाख़िल हुए हैं.

यूएन एजेंसियों ने बताया है कि ग़ाज़ा के उत्तरी इलाक़े के अस्पतालों में गम्भीर अवस्था वाले 21 मरीज़ों को, निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है.

OCHA ने कहा है, "हज़ारों लोगों तक, भोजन, पानी, चिकित्सा सामग्रियाँ और मानवीय ज़रूरत की अन्य बहुत सी चीज़ें पहुँचाई गई हैं."

संयुक्त राष्ट्र ने, 7 अक्टूबर के बाद से ग़ाज़ा में बन्धक बनाकर रखे गए लोगों में से 24 की रिहाई का स्वागत किया है और अन्य तमाम बन्धकों की भी तत्काल और बिना शर्त रिहाई की अपनी पुकार दोहराई है.

संयुक्त राष्ट्र की मानवीय सहायता एजेंसियाँ और उनके साझीदार संगठन, आने वाले दिनों में, पूरे ग़ाज़ा क्षेत्र में, तमाम ज़रूरतमन्द लोगों तक सहायता पहुँचाने के लिए, अपने अभियानों का दायरा और रफ़्तार बढ़ाएंगे.

इस बीच, मध्य पूर्व शान्ति प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष संयोजक टोर वैनेसलैंड ने, एक वक्तव्य जारी करके, युद्ध-ठहराव पर अमल शुरू होने का स्वागत किया है. उन्होंने साथ ही, एक लम्बे युद्धविराम के लिए आशा भी व्यक्त की.

एक महत्वपूर्ण मानवीय पहल

उन्होंने कहा कि ये घटनाक्रम कुछ ऐसे महत्वपूर्ण मानवीय पड़ाव हैं जिन्हें बुनियाद बनाकर, आगे का रास्ता निकालना होगा. ग़ाज़ा पट्टी में लोगों की तकलीफ़ों को दूर करने के लिए, और अधिक सहायता सामग्री, इलाक़े में सुरक्षित तरीक़े से पहुँचाने की ज़रूरत है.

टोर वैनेसलैंड ने तमाम बन्धकों की रिहाई की पुकार दोहराई, और युद्ध-ठहराव समझौता सम्भव बनाने के लिए, क़तर, मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका के दृढ़ प्रयासों की सराहना की.

उन्होंने सभी पक्षों से अपने संकल्पों पर अमल करने और ऐसी किसी भी भड़काऊ कार्रवाई से बचने का आहवान किया, जो इस समझौते के पूर्ण क्रियान्वयन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर दे.

विशेष दूत ने, साथ ही सभी सम्बद्ध पक्षों से, एक दीर्घकालीन मानवीय युद्ध विराम लागू करने और एक अधिक शान्तिपूर्ण भविष्य की ख़ातिर, कोई भी क़सर बाक़ी नहीं छोड़ने की पुकार भी लगाई.