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यूक्रेन: हताहतों की बढ़ती संख्या, सर्दी में कठिन हुए मानवीय हालात

यूक्रेन के इज़युम में बमबारी से ध्वस्त हुई इमारतें.
© UNICEF/Pashkina
यूक्रेन के इज़युम में बमबारी से ध्वस्त हुई इमारतें.

यूक्रेन: हताहतों की बढ़ती संख्या, सर्दी में कठिन हुए मानवीय हालात

मानवाधिकार

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार निगरानी मिशन ने मंगलवार को कहा है कि यूक्रेन में फ़रवरी 2022 में पूर्ण स्तरीय हमला शुरू होने के बाद से, वहाँ कम से कम दस हज़ार आम लोगों की मौत हो गई है, जिनमें 560 बच्चे हैं. साथ ही, साढ़े 18 हज़ार से अधिक लोग घायल भी हुए हैं.

यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार निगरानी मिशन के अनुसार, हताहतों की वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक होने की आशंका है, चूँकि सत्यापन प्रक्रिया में अनेक चुनौतियाँ हैं.

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मानवाधिकार निगरानी मिशन के प्रमुख डेनियल बैल ने बताया कि 10 हज़ार आम नागरिकों की मृत्यु संख्या, यूक्रेन के लिए एक गम्भीर पड़ाव है. यूक्रेन युद्ध अपने 21वें महीने में प्रवेश कर चुका है और स्थानीय आम नागरिकों को एक इसकी एक बड़ी क़ीमत चुकानी पड़ी है.

यूएन मिशन के अनुसार, बड़ी संख्या में आम नागरिक, लड़ाई के अग्रिम मोर्चे से दूर हताहत हुए हैं, जिसकी वजह रूसी सैन्य बलों द्वारा लम्बी दूरी की मिसाइल और घनी आबादी वाले इलाक़ों में विस्फोटक सामग्री का इस्तेमाल किया जाना है.

सुरक्षा परिषद की बैठक

इस बीच, न्यूयॉर्क में मंगलवार को यूक्रेन में हालात पर चर्चा के लिए सुरक्षा परिषद की बैठक हुई, जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों ने सदस्य देशों के प्रतिनिधियों को जानकारी दी.

राजनैतिक मामलों के विभाग में सहायक महासचिव मिरोस्लाव येन्का ने चेतावनी जारी की है कि सर्दी के मौसम में आम नागरिकों और नागरिक प्रतिष्ठानों पर हमलों में तेज़ी आने की आशंका है.

“लाखों यूक्रेनी लोगों पर इसका गम्भीर असर होगा, वे युद्ध-काल में दूसरी सर्दी के लिए तैयार हो रहे हैं.” 

हाल के समय में रूस द्वारा देश के कई इलाक़ों में हवाई हमले किए गए हैं और 11 नवम्बर को कीव में पिछले दो महीने में पहली बार मिसाइल हमले हुए.

मानवीय हालात

मिरोस्लाव येन्का का कहना है कि देश में मानवीय स्थिति तेज़ी से बिगड़ रही है, और सर्दी के दौरान ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर हमलों से यह और विकट हुई है.

संयुक्त राष्ट्र और साझेदार संगठनों ने कठोर सर्दी में हालात से निपटने के लिए साथ मिलकर एक योजना तैयार की है, जिसमें 17 लाख ज़रूरतमन्दों के लिए तत्काल अन्तरराष्ट्रीय समर्थन का आग्रह किया गया है.

साथ ही, 2023 मानवीय राहत योजना के लिए योगदान की आवश्यकता होगी, जिसमें कुल आवश्यक धनराशि में से केवल 54 प्रतिशत का ही प्रबन्ध हो पाया है.

मानवीय सहायता एजेंसियाँ, दोनेत्स्क, लुहान्स्क, ख़ेरसॉन और ज़ैपोरिझिझिया क्षेत्रों में रूस के नियंत्रण वाले इलाक़ों में रह रहे 40 लाख यूक्रेनी लोगों तक पहुँच पाने में असमर्थ हैं.

यूएन के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन इलाक़ों में मानवीय सहायता पहुँचाने के लिए यदि रास्ता और समर्थन उपलब्ध कराया गया, तो साझेदार संगठन अपने अभियान का विस्तार करने के लिए तैयार हैं.