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मास्क पहने हुए एक महिला.
Unsplash/Michael Amadeus

कितना बड़ा ख़तरा है कोरोनावायरस?

कोरोनावायरस श्वसन तंत्र को प्रभावित करने वाली एक ऐसी बीमारी का सबब है जो चीन के अलावा 18 अन्य देशों में फैल चुकी है. अभी इस वायरस के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी उपलब्ध नहीं है लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य एमरजेंसी घोषित कर दिया है.

 

कोरोनावायरस से जुड़े कुछ अहम सवालों के जवाब... 

मध्य अफ्रीकी गणराज्य ( CAR) में यूएन मिशन की सेवा करते हुए शांतिरक्षकों की राजधानी बनगुई में गश्त.
UN Photo/Catianne Tijerina

मध्य अफ्रीकी गणराज्य पर लगा शस्त्र प्रतिबंध जुलाई तक बढ़ा

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को मध्य अफ्रीकी गणराज्य के विरुद्ध शस्त्र प्रतिबंधों की अवधि बढ़ा दी है, साथ ही इस देश के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को लागू करने में मदद करने वाले विशेषज्ञ पैनल का कार्यकाल भी बढ़ा दिया गया है.

फ़लस्तीन के हैब्रॉन में इलाक़े में एक बच्चा अपने घर की छत से देखते हुए. उस इलाक़े में लोगों का आवागमन सीमित है और बच्चों को स्कूल जाने के लिए भी बहुत सी सुरक्षा चौकियाँ पार करनी होती हैं जिससे उनकी स्कूली शिक्षा प्रभावित होती है.
UNICEF/Ahed Izhiman

मध्य पूर्व के लिए अमरीकी योजना ‘असंतुलित व एकतरफ़ा’

संयुक्त राष्ट्र के एक स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ ने कहा है कि अमरीका द्वारा दशकों से चले आ रहे इसराइल-फ़लस्तीन संघर्ष के समाधान के लिए इस सप्ताह पेश की गई योजना असंतुलित व एकतरफ़ा है और ये योजना फ़लस्तीनी क्षेत्रों पर इसराइली क़ब्ज़े को और ज़्यादा मज़बूती देगी.

चीन के शेनज़ेन में सबवे से सफ़र के दौरान लोग मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं.
UN News/Jing Zhang

कोरोनावायरस: अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली सार्वजनिक स्वास्थ्य एमरजेंसी घोषित

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टैड्रोस एडेहेनॉम घेबरेयेसस ने चीन सहित अन्य देशों में नॉवल कोरोनावायरस के मामले लगातार सामने आने के मद्देनज़र उसे अंतरराष्ट्रीय चिंता वाली सार्वजनिक आपात स्थिति घोषित कर दिया है. यूएन एजेंसी प्रमुख ने कहा कि चीन में हालात की वजह से नहीं बल्कि अन्य देशों में परिस्थितियों को देखते हुए यह घोषणा की जा रही है.

इराक़ की राजधानी बग़दाद का एक दृश्य.
Photo: UNAMI/Sanaa Kareem

इराक़: तुरंत समाधान की सख़्त ज़रूरत

इराक़ में संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रतिनिधि जैनीन हेनिस प्लासशर्ट ने देश में सरकार विरोध प्रदर्शनों, हताहतों की बढ़ती संख्या और ज़्यादा बड़े पैमाने पर प्रदर्शन होने की संभावनाओं के बीच राजनेताओं से आग्रह किया है कि वो इस गतिरोध को तोड़ें और टिकाऊ सुधार सुनिश्चित करें.

त्रिपोली में हिंसा के दौरान ध्वस्त हुई इमारतें.
OCHA/Giles Clarke

लीबिया को तबाही से बचाने के लिए एकजुट प्रयासों की अपील

लीबिया में संयुक्त राष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी ने शांति प्रयासों के बावजूद देश में तेज़ होते हिंसक संघर्ष पर गहरी नाराज़गी और निराशा जताई है और सुरक्षा परिषद से हिंसा रोकने के लिए एकजुट होने की पुकार लगाई है. कुछ ही दिन पहले जर्मनी की राजधानी बर्लिन में लीबिया पर एक उच्चस्तरीय शिखर वार्ता का आयोजन किया गया था जिसमें हिंसा पर विराम लगाने और देश को शांति की दिशा में ले जाने के लिए आवश्यक क़दमों पर चर्चा हुई थी.

यूएन75 संवाद - युवा प्रतिनिधियों की बात सुनते हुए महासचिव एंतोनियो गुटेरेश (29 जनवरी 2020)
UN Photo/Mark Garten

यूएन-75 संवाद में सब आमंत्रित

'संयुक्त राष्ट्र 75' संवाद शुरू हो गया है. बुधवार, 29 जनवरी को यूएन मुख्यालय में एक अनोखी महफ़िल जमी जिसमें मुख्य मंच युवाओं के लिए उपलब्ध रहा. यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भी इस महफ़िल में शिरकत की मगर उन्होंने कहा कि कोई भाषण देने के बजाय, वो यहाँ युवाओं की बात सुनने के लिए आए हैं. इस सभा में युवा प्रतिनिधियों ने भविष्य के लिए अपनी महत्वाकांक्षी रूपरेखा के बारे में बात की जिसमें अंतरराष्ट्रीय सहयोग व सभी की बात को सुना जाना अहम बताया गया.

महासचिव एंतोनियो गुटेरेश यूएन-75 संवाद के अंतर्गत युवाओं के साथ संवाद में हिस्सा लेते हुए.
UN Photo/Mark Garten

यूएन-75 संवाद शुरू: सभी हैं शिरकत के लिए आमंत्रित

संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 75वें वर्ष में वैश्विक चुनौतियों के समाधान की तलाश करने के लिए लोगों की आवाज़ सुने जाने के प्रयासों के तहत बुधवार को न्यूयॉर्क स्थित यूएन मुख्यालय में युवा प्रतिनिधियों ने महासचिव एंतोनियो गुटेरेश के साथ एक संवाद में हिस्सा लिया. इस सभा में युवा प्रतिनिधियों ने भविष्य के लिए अपनी महत्वाकांक्षी रूपरेखा के बारे में बात की जिसमें अंतरराष्ट्रीय सहयोग व सभी की बात सुना जाना अहम बताया गया.

सीरिया में अल हसाकेह गवर्नरेट में रह रहा एक विस्थापित परिवार जिसे विश्व खाद्य संगठन से सहायता मिल रही है.
WFP/Abeer Etefa

सीरिया में बड़ी मानवीय त्रासदी टालने के लिए 'हिंसा को रोकना होगा'

संयुक्त राष्ट्र के आपात राहत समन्वयक मार्क लोकॉक ने सुरक्षा परिषद को सीरिया में स्थिति से अवगत कराते हुए कहा है कि देश के पूर्वोत्तर इलाक़े में महिलाएं व बच्चे बदहाल परिस्थितियों में रह रहे हैं और दिनोंदिन उनके लिए हालात बदतर होते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीरिया में लोगों को ऐसा महसूस होने लगा है कि दुनिया ने उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया है. 

पाँच वर्ष से कम उम्र के लगभग आठ लाख बच्चों की मौत हर साल न्यूमोनिया के कारण हो जाती है. नाइजीरिया में ऐसे बच्चों की संख्या सबसे ज़्यादा है जहाँ 2018 में लगभग एक लाख 62 हज़ार बच्चों की मौत न्यूमोनिया के कारण हुई.
©UNICEF/Siegfried Modola

न्यूमोनिया पर कार्रवाई के अभाव में 90 लाख बच्चों की जान को ख़तरा

न्यूमोनिया के ख़िलाफ़ लड़ाई में प्रयासों को ज़्यादा मज़बूत बनाकर अगले दशक में 90 लाख बच्चों की मौतों को टाला जा सकता है. स्पेन के बार्सिलोना शहर में ‘बालावस्था में न्यूमोनिया’ विषय पर आयोजित वैश्विक फ़ोरम से ठीक पहले जारी एक नए विश्लेषण में यह बात सामने आई है. वर्ष 2018 में न्यूमोनिया से आठ लाख बच्चों की मौत हुई यानी हर 39 सेकेंड में एक बच्चे की मौत.