वैश्विक परिप्रेक्ष्य मानव कहानियां

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अफ़ग़ानिस्तान के एक गांव में बमबारी में क्षतिग्रस्त अपने स्कूल के बाहर खड़ी एक लड़की.
© UNICEF/Marko Kokic

बच्चों के लिए बेहद घातक साबित हुआ - सदी का दूसरा दशक

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की कार्यकारी निदेशक हेनरीएटा फ़ोर ने कहा है कि विश्व भर में हिंसक संघर्ष पहले से कहीं ज़्यादा अवधि तक खिंच रहे हैं और ज़्यादा संख्या में युवाओं की मौत का कारण बन रहे हैं. यूनीसेफ़ ने सोमवार को बताया कि वर्ष 2010 की शुरुआत से अब तक बच्चों के अधिकार हनन के गंभीर मामलों की संख्या एक लाख 70 हज़ार आंकी गई है यानी पिछले 10 वर्षों में औसतन हर दिन हनन के 45 मामले.

जॉर्डन में फ़लस्तीनी शरणार्थी बच्चों के लिए संचालित एक स्कूल में बच्चों के साथ यूएन महासचिव.
UN Photo

उथल-पुथल भरे दौर में युवाओं पर टिकी उम्मीदें

एक ऐसे समय में जब हर तरफ़ अनिश्चितता और असुरक्षा का माहौल है, विश्व के युवजन ही एक बेहतर दुनिया के निर्माण के लिए सभी की उम्मीद का महानतम स्रोत हैं. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने नववर्ष 2020 के लिए अपने शुभकामना संदेश में यह बात कही है. 

संयुक्त राष्ट्र में सहायक महासचिव अनीता भाटिया जो यूएन वीमेन संगठन की सहायक कार्यकारी निदेशक भी हैं.
UN News

महिलाओं की ख़ातिर यूएन वीमेन

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भारतीय मूल की अनीता भाटिया को मई 2019 में सहायक महासचिव नियुक्त किया था. अनीता भाटिया को विश्व भर में लैंगिक समानता, लड़कियों और महिलाओं की बेहतरी के लिए काम करने वाली यूएन संस्था यूएन वीमेन की डिपुटी कार्यकारी निदेशक की ज़िम्मेदारी सौंपी है. ये पद उन्होंने अगस्त में संभाला और तभी से उन्होंने अनेक देशों का दौरा करके महिलाओं की भलाई के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों का जायज़ा लिया है. यूएन हिन्दी न्यूज़ के साथ ख़ास बातचीत...

शारीरीक कसरत के साथ-साथ स्वस्थ भोजन भी टाइप-2 डायबिटीज़ को रोकने में बहुत असरदार साबित होता है.
WHO/Quinn Mattingly

कुपोषण से निपटने का अनोखा नुस्ख़ा

भारत के मध्य प्रदेश में महिलाओं ने कुपोषण से निपटने का एक अनोखा तरीक़ा अपनाया है. ये महिलाएँ अपने बाग़ीचों में सात अलग-अलग सब्ज़ियाँ उगाते हैं जिससे उन्हें पूरे सप्ताह खनिज और विटामिनों से भरपूर ताज़ा सब्ज़ियाँ मिलती हैं और बीमारियाँ दूर रहती हैं...

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने कहा है कि प्रवासी सभी समाजों का अटूट हिस्सा हैं.
UN Photo/Evan Schneider

'समाजों का अटूट हिस्सा हैं प्रवासी'

प्रवासी समाजों का अटूट हिस्सा हैं, वो आपसी समझ बढ़ाने और अपने रहने के स्थान व मूल स्थानों - दोनों ही जगह के टिकाऊ विकास में योगदान करते हैं.

सुरक्षित, व्यवस्थित और नियमित प्रवासन सभी के हित में है. प्रवासन मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर की प्राथमिकताएँ अंतरराष्ट्रीय सहयोग के ज़रिए सर्वश्रेष्ठ तरीक़े से हासिल होती हैं.

सभी प्रवासियों को अपने सभी मानवाधिकारों की हिफ़ाज़त करने का बराबर अधिकार है.

ये सिद्धांत सुरक्षित, व्यवस्थित और नियमित प्रवासन के लिए तैयार किए गए ग्लोबल कॉम्पैक्ट में वर्णित हैं.

फिर भी, हमें प्रवासियों के बारे में ऐसी बातें सुनने को मिलती हैं जो हानिकारक व झूठी होती हैं.

और हम अक्सर देखते हैं कि तथ्यों पर आधारित होने के बजाय डर के प्रभाव में बनाई गई नीतियों की वजह से प्रवासियों को असीम मुश्किलें उठानी पड़ती हैं.

इस अंतरराष्ट्रीय दिवस पर, मैं दुनिया भर में सभी नेताओं और आमजनों से आग्रह करता हूँ कि प्रवासियों के बारे में तैयार किए गए ग्लोबल कॉम्पैक्ट को लागू करें ताकि प्रवासन हम सभी के लिए कारगर साबित हो सके.

गाम्बिया के दो युवक इटली पहुंचने के बाद एक नक्शे को देखते हुए.
© UNICEF/Ashley Gilbertson

सुव्यवस्थित व सुरक्षित प्रवासन के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाना ज़रूरी

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने ‘अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस’ के अवसर पर कहा है कि तथ्यों के बजाय भय से प्रेरित नीतियों के कारण प्रवासियों ने ऐसी पीड़ाएँ सहन की हैं जिन्हें शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता. उन्होंने अपने संदेश अपील की है कि प्रवासन के मुद्दे पर वैश्विक समझौते के लक्ष्यों को वास्तविकता में बदलने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाया जाना चाहिए.

बांग्लादेश से लगी सीमा पार करते रोहिंज्या शरणार्थी.
UNHCR/Roger Arnold

आँग सान सू ची - आईसीजे में

म्याँमार के रख़ाइन प्रान्त में रोहिंज्या आबादी के जनसंहार करने के कथित अपराधों के आरोप में गांबिया ने अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में मुकदमा दायर किया. इस मुक़दमे पर दिसंबर 2019 में सुनवाई हुई. म्याँमार की राजनैतिक नेता आँग सान सू ची ने न्यायालय में पेश होकर अपने देश का बचाव किया.

भारत के लद्दाख़ हिमालय क्षेत्र में गर्मियों के दौरान पानी की कमी से निपटने के लिए कृत्रिम हिमनद (ग्लेशियर). ये परियोजना सोनम वांगचुक के विचार पर आधारित थी.
Sonam Wangchuk

सादगी से जीवन जिएँ ताकि...

ये तो हम सभी जानते हैं कि जलवायु परिवर्तन का दुनिया भर में अनेक तरह से असर हो रहा है. पहाड़ी इलाक़ों में भी असर देखे जा रहे हैं. इसी असर को कम करने के लिए सादगी भरी ज़िन्दगी की पुकार के साथ #ILiveSimply नामक अभियान चलाने वाले सोमन वांगचुक के साथ बातचीत.

म्याँमार की राजनैतिक नेता आँग सान सू ची संयुक्त राष्ट्र के हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में अपने देश के समर्थन में अपना पक्ष रखते हए. (11 दिसंबर 2019)
ICJ/Frank van Beek

आंग सान सू ची ने जनसंहार के आरोपों में किया म्याँमार का बचाव

म्याँमार की राजनैतिक नेता आँग सान सू ची ने संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में पेश होते हुए कहा है कि उनका देश राख़ीन प्रांत में मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों को क़तई बर्दाश्त नहीं करेगा और अगर युद्धापराध हुए हैं तो सेना पर मुक़दमा चलाया जाएगा. ग़ौरतलब है कि गांबिया ने म्याँमार की सेना पर रोहिंज्या लोगों पर बड़े पैमाने पर अत्याचार करने और युद्धापराधों के आरोपों में आईसीजे में मुक़दमा दायर किया है.

न्यूयॉर्क के लॉंग आइलैंड की कुछ हाई स्कूल लड़कियाँ जिन्होंने अन्य युवा जलवायु कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन में शिरकत की. (20 सितंबर 2019)
© UNICEF David Berkwitz

मानवाधिकार दिवस: युवाओं की सक्रियता व ऊर्जा पर ध्यान

संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2019 के मानवाधिकार दिवस के मौक़े पर ख़ासतौर से युवाओं की सक्रियता व ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित करते हुए सभी लोगों के लिए एक बेहतर भविष्य के निर्माण की दिशा में युवाओं की भूमिका को रेखांकित किया है.  मानवाधिकार दिवस हर वर्ष 10 दिसंबर को मनाया जाता है.