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भारत के उत्तरी राज्य उत्तराखण्ड में चमोली ज़िले के पास ग्‍लेशियर टूटने से हुए भारी हिम व भूस्खलन के बाद, बड़े पैमाने पर खोज व बचाव अभियान
UNDP India

भारत: ग्लेशियर टूटने से हुए भारी नुक़सान पर यूएन प्रमुख ने जताया दुख, मदद की पेशकश

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भारत के उत्तराखण्ड प्रदेश में ग्लेशियर (हिमनद) टूटने से जान-माल के भारी नुक़सान पर गहरा दुख व्यक्त किया है. यूएन प्रमुख ने साथ ही, राहत और बचाव कार्यों में, किसी भी तरह की ज़रूरत में, मदद की पेशकश की है.

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बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक 12 वर्षीय बच्चा बिना बचाव पोशाक के ख़तरनाक प्लास्टिक कचरे को बीन रहा है. 
© UNICEF/Parvez Ahmad

कोविड-19: दक्षिण एशिया में 60 करोड़ बच्चों के जीवन में उलट-पुलट

विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 दक्षिण एशियाई देशों में बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में हुई प्रगति के लिए संकट का कारण बन रही है. संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने मंगलवार को जारी अपनी नई रिपोर्ट में देशों की सरकारों से त्वरित  कार्रवाई का आग्रह किया है ताकि एक पूरी पीढ़ी की आशाओं और आकाँक्षाओं को बर्बाद होने से बचाया जा सके. महामारी दक्षिण एशिया क्षेत्र में भारत, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, बांग्लादेश सहित अन्य देशों में तेज़ी से फैल रही है जहाँ विश्व की क़रीब एक चौथाई आबादी रहती है.

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2015 में हैदराबाद में चूड़ियाँ बनाने वाली फैक्ट्री से छुड़ाया गया बाल श्रमिक.
UNICEF/Prashanth Vishwanathan

कोविड-19: लाखों बच्चों के बाल मज़दूरी के गर्त में धँसने का ख़तरा

पिछले दो दशकों के दौरान बाल श्रम  की समस्या से निपटने में एक बडी सफलता हासिल हुई है लेकिन वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण इन प्रयासों में अब तक हुई प्रगति को एक बड़ा झटका लगा है. अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) द्वारा जारी एक साझा रिपोर्ट में कोविड-19 संकट के कारण लाखों बच्चों के बाल मज़दूरी का शिकार होने की आशंका जताई गई है और सरकारों से बच्चों की सहायता के लिए उपायों में निवेश करने की पुकार लगाई है. 

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भारत के पश्चिमी तटीय क्षेत्रों से चक्रवात निसर्ग टकराया.
District Collector's Office, Raigad, India

भारत के पश्चिमी तटों पर चक्रवात निसर्ग की डरावनी दस्तक

भारत के पश्चिमी तटीय क्षेत्रों पर स्थित महाराष्ट्र और गुजरात के कई इलाक़ों में बुधवार को निसर्ग तूफ़ान ने डरावनी दस्तक दी. तूफ़ान के कारण कम से कम 4 लोगों की मौत हो गई और कुछ घायल हो गए. मुम्बई, ठाणे, रायगढ़ समेत महाराष्ट्र के तटवर्ती ज़िलों के अलावा गुजरात के इलाक़ों में भी इस तूफ़ान का असर दिखाई दिया. 

 

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चक्रवाती तूफ़ान 'अम्फन' बुधवार को पूर्वी भारत में तटीय इलाक़ों से टकराया.
WB State Inter Agency Group on Disaster Management

सुपर सायक्लोन ‘अम्फन’ गुज़रा, छोड़ गया बर्बादी के निशान

संयुक्त राष्ट्र और साझीदार संगठनों के राहतकर्मी भारत और बांग्लादेश में चक्रवाती तूफ़ान ‘अम्फन’ से बुरी तरह प्रभावित हुए लोगों तक मदद पहुँचाने के काम में जुट गए हैं. बुधवार को पूर्वी भारत के तटीय इलाक़ों से टकराने वाला यह सुपर सायक्लोन अपने साथ बर्बादी लाया और प्रभावित इलाक़ों में जान-माल का भारी नुक़सान करके चला गया.

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अम्फन तूफ़ान की तरह ही भीषण तूफ़ान अतीत में भी बांग्लादेश व पश्चिम बंगाल में भारी तबाही मचाते रहे हैं, उनकी रफ़्तार सैकड़ों किलोमीटर प्रति घंटा की होती है. (फ़ाइल)
UNICEF/UN010591/Clements

सुपर सायक्लोन 'अम्फन' की चपेट में पश्चिम बंगाल के सात ज़िले

सुपर सायक्लोन 'अम्फन’ ने भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में बुधवार को दस्तक दे दी जहाँ सात ज़िलों में इसका प्रकोप ज़्यादा होने की आशंका है. संयुक्त राष्ट्र के आपदा जोखिम न्यूनीकरण के भारत कार्यालय में विशेषज्ञ रन्जनी मुखर्जी ने यूएन न्यूज़ हिन्दी के साथ एक ख़ास बातचीत में बताया कि प्रदेश की राजधानी कोलकाता में इसका अनुमान से कहीं ज़्यादा असर देखा जा रहा है जहाँ 130 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ़्तार से हवाएँ चल रही हैं और आस-पास के इलाक़ों में भी भारी बारिश हो रही है.

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नीति आयोग ने सोमवार को एसडीजी इंडेक्स से जुड़े आंकड़ों को जारी किया.
UN India

टिकाऊ विकास पर प्रगति के आकलन के लिए नया इंडेक्स जारी

भारत में नीति आयोग ने टिकाऊ विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर आधारित 'इंडिया इंडेक्स' का दूसरा संस्करण जारी किया है जिससे यह जानने में मदद मिलेगी कि 2030 एजेंडा को हासिल करने में भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा किए गए प्रयास कितना सफल रहे हैं. 

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सर्बिया में एक तूफ़ान के दौरान एक पार्क का दृश्य
WMO/Vladimir Nolic

पहाड़ों का महत्व, ख़ासकर युवाओं के लिए!

पृथ्वी के लगभग 27 प्रतिशत हिस्से पर पहाड़ विराजमान हैं और ये भी ध्यान देने की बात है कि ये पहाड़ एक टिकाऊ आर्थिक विकास की तरफ़ दुनिया की बढ़त में बहुत अहम भूमिका निभाते हैं. भविष्य को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2019 के अंतरराष्ट्रीय पर्वत दिवस पर युवाओं की भूमिका को रेखांकित किया गया है. बुधवार, 11 दिसंबर को मनाए गए इस दिवस के मौक़े पर इस वर्ष की थीम रखी गई है - Mountains matter for Youth.

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मौजूदा दौर में नई प्रकार की असमानताएं जड़ें जमा रही है जो मुख्य रूप से शिक्षा, तकनीक और जलवायु परिवर्तन से उपज रही हैं.
UNDP

असमानता की वजह से मानव विकास के रास्ते में गंभीर रुकावट

दुनिया के कई देशों में हो रहे विरोध प्रदर्शन दर्शाते हैं कि ग़रीबी, भुखमरी और बीमारियों के मोर्चों पर अभूतपूर्व प्रगति के बावजूद कई समाजों को अब भी समुचित विकास का एक लंबा रास्ता तय करना है. संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) की एक नई रिपोर्ट में विश्व में बढ़ती असमानताओं व विकास चुनौतियों को रेखांकित करते हुए हालात बेहतर बनाने के लिए सिफ़ारिशें पेश की गई है. 

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दुनिया भर में करोड़ों लोगों को शौचालय की सुविधा मयस्सर नहीं है. ये तस्वीर मयनमार के हक्का इलाक़े की है जहाँ यूनीसेफ़ की मदद से टॉयलेट्स बनाए गए हैं.
UNICEF/Kap Za Lyan

खुले में शौच से गरिमा और जीवन पर मंडराता है ख़तरा

शौच के बाद और भोजन करने से पहले साबुन से हाथ नहीं धोने जैसी स्वच्छता और साफ़-सफ़ाई की आदतें न होने से सालाना 8 लाख से ज़्यादा लोग मौत का शिकार हो जाते हैं – जोकि मलेरिया से होने वाली मौतों की संख्या  से भी अधिक है. खुले में शौच करना मनुष्य की गरिमा, स्वास्थ्य और कल्याण का अपमान है – ख़ासतौर पर लड़कियों और महिलाओं का.

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