सैनिट्री पैड री-सायकिल करने की टैक्नॉलॉजी के ज़रिये, पर्यावरण संरक्षण में योगदान
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28-वर्षीय अजिंक्या धारिया, भारत के महाराष्ट्र राज्य में पुणे शहर से हैं और पैडकेयर (PadCareX) टैक्नॉलॉजी उन्हीं की एक पहल है.
यह सैनेट्री नैपकिन को रिसाइकर करने की एक ऐसी टैक्नॉलॉजी है, जिसके ज़रिये लुगदी और प्लास्टिक को अलग करके, पैकेजिंग व कृषि क्षेत्र के लिए उत्पाद तैयार किए जाते हैं.
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने भविष्य को आकार दे रहे 30 वर्ष से कम उम्र के नवप्रवर्तकों की सूची में उन्हें शामिल किया है.
अजिंक्या ने हाल ही में दुबई में आयोजित कॉप28 जलवायु सम्मेलन में हिस्सा लिया, और यूएन न्यूज़ के साथ एक बातचीत के दौरान बताया कि इस टैक्नॉलॉजी की शुरुआत किस तरह हुई.
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